मारुति की कारें हमेशा से ज्यादा माइलेज देने के लिए जानी जाती हैं। लेकिन इसके पीछे क्या खास वजहें हैं? अगर आप मारुति की कार खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह जानना ज़रूरी है कि वे किस तकनीक का उपयोग करती हैं और कैसे यह उनकी प्रमुख खासियत बनती है।
1. हल्के वजन वाले डिज़ाइन
मारुति की ज्यादातर कारें हल्की होती हैं। इसका मतलब है कि इन कारों को ज्यादा ईंधन की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे यह बेहतर माइलेज देती हैं। हल्के वजन की वजह से इंजन को कम मेहनत करनी पड़ती है और कार आसानी से चलती है। इससे ईंधन की बचत होती है।
2. स्मार्ट हाइब्रिड टेक्नोलॉजी
मारुति की कई नई कारों में स्मार्ट हाइब्रिड तकनीक का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक कार को स्टार्ट-स्टॉप मोड पर चलने में मदद करती है। जैसे ही कार किसी ट्रैफिक लाइट पर रुकती है, इंजन खुद बंद हो जाता है, और फिर चालू होने पर बिना किसी रुकावट के स्टार्ट हो जाता है। इससे ईंधन की बचत होती है और कार का माइलेज बढ़ता है।
3. डुअलजेट इंजन तकनीक
मारुति की कई कारों में डुअलजेट इंजन का उपयोग किया जाता है, जो ईंधन की खपत को कम करता है। इस इंजन में दो इंजेक्टर होते हैं, जो ईंधन को बेहतर तरीके से जलाते हैं, जिससे माइलेज में सुधार होता है।
4. कार के डिज़ाइन में एरोडायनामिक्स
मारुति की कारों का डिज़ाइन एरोडायनामिक होता है। इसका मतलब है कि कार हवा के साथ बेहतर तालमेल में चलती है। इससे इंजन को कम ताकत लगानी पड़ती है, और इसका सीधा असर कार के माइलेज पर पड़ता है।
मारुति की टॉप माइलेज कारें
- सेलेरियो: 25.24 से 26.68 किमी/लीटर
- एस-प्रेसो: 24.12 से 25.30 किमी/लीटर
- वैगनआर: 23.56 से 25.19 किमी/लीटर
ये कारण बताते हैं कि मारुति की कारें क्यों इतनी माइलेज देती हैं। इन खास तकनीकों और डिज़ाइन की वजह से ये कारें भारतीय बाजार में सबसे पसंदीदा बनी रहती हैं।